Video Transcription
प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद �
तो यहीं सब को अतिराल है
सोचना चाहिए न
साम्देगाई कभी बीडी है, बढ़बच्चा है, लोग है
हम तो बासता जानूस से पूठ रहे हो सकते हैं